बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुबह 11 बजे बिहार विधानसभा में बहुमत साबित करने के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे। यह तय माना जा रहा है कि कैबिनेट में सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व दिखेगा। जदयू कोटे से 14-16 के बीच मंत्री बनाए जा सकते हैं जबकि भाजपा, रालोसपा और हम को 14 मंत्री पद दिया जा सकता है। राजनीतिक स्थिति को देखते हुए कुछ पद खाली रखने पर भी विचार किया जा रहा है।
ये बन सकते हैं मंत्री
जदयू से विजेंद्र यादव, श्रवण कुमार, राजीव रंजन, जय कुमार सिंह, पीके शाही, नरेंद्र नारायण, शशिभूषण हजारी, रणवीर नंदन, लेसी सिंह, रंजू गीता और मदन सहनी को मंत्री पद संभव। वहीं भाजपा से प्रेमकुमार, नंदकिशोर यादव, अवधेश नारायण, विनोद नारायण, मंगल पांडे, राम नारायण मंडल, अरुण सिन्हा, नितिन नवीन, व्यास देव, सुरेश शर्मा, रजनीश सिंह, अनिल कुमार, नीरज सिंह बबलू, गायत्री देवी, ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू मंत्री बन सकते हैं।
जीतनराम मांझी और LJP कोटे से राजू तिवारी भी मंत्री बन सकते हैं…
आपको बता दें कि बीजेपी-जेडीयू गठबंधन की सरकार के शपथ ग्रहण में केवल सीएम और डिप्टी सीएम ने ही शपथ ली है। अभी ये तय नहीं हुआ है कि राज्य में कौन-कौन से मंत्री बनेंगे। वैसे तो नीतीश कुमार और सुशील मोदी को ये सब कुछ पहले तय कर लेना चाहिए था। लेकिन बिहार में सबसे बड़े दल आरजेडी को सरकार बनाने का कोई भी मौका नहीं देने के चलते गुरुवार सुबह 10 केवल सीएम और डिप्टी सीएम ने शपथ ली। खबरों की मानें, तो पूर्व सीएम जीतनराम मांझी को भी मंत्री पद मिल सकता है। मांझी के अलावा ये नेता बन सकते हैं मंत्री।